!!! आंशु - ओं के मोती...
"शिखर से शून्य तक..."
♣♣♣ " ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं, और नीचे जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं..."
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Friday, 23 September 2011
हंसना मना है ...
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