♣♣♣ " ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैं, और नीचे जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं..."

Monday 9 January 2012

इल्म बड़ी दौलत है...


"इल्म बड़ी दौलत है
तू भी स्कूल खोल
इल्म पढ़ा
फीस लगा
दौलत कमा
फीस ही फीस
पढाई के बीस
बस के तीस
यूनीफार्म के चालीस
खेलों के अलग
ये वैराइटी प्रोग्राम के अलग
लोगों के चीखने पर ना जा
दौलत कमा
उससे और स्कूल खोल
उससे और दौलत कमा
कमाए जा ...कमाए जा ..."

No comments:

Post a Comment